हमारी पसंद अपनी निगाहों से न तोलिये –आर के रस्तोगी
हमारी पसन्द अपनी निगाहो से न तोलिये |
ये दिल के मामले है, इनमे जरा न बोलिये ||
न किसी को बुरा कहे, न किसी का दिल तोडिये |
जब दिल से दिल मिल जाये,तो खुलकर बोलिये ||
चर्चा हो रही है,उनके प्यार की इस सरे बाजार में |
अगर सच है तो अपनी जबान से खुलकर बोलिये ||
करते हो अगर सच्ची मोहब्बत किसी इंसान से |
बेहिजक,बेधडक दिल के दरवाजे तुम खोलिये ||
ये दिल का मामला है,किस बख्त किस पर आ जाये |
दिल देने से पहले अपने जज्बात दिल से ही तोलिये ||
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम