हमारी अपेक्षाएं नव वर्ष से ..
आए हो हमारे पास ओ नवीन वर्ष !,
तो हमारी कुछ बातें सुन लो ।
हमारी है तुमसे कुछ आशाएं ,अपेक्षाएं,
उसे आज ग्रहण कर लो ।
पहली अपेक्षा यह है की ,
इस करोना को दूर भगाओ ।
पहला जैसा निष्कंटक , निर्भय ,
जीवन हमें फिर दिलवाओ ।
दूसरी अपेक्षा यह है की ,
चाहे घर परिवार ,रिश्तों में हो ,
थोड़ी सी अनबन ,मनमुटाव ।
मगर किसी अपने का वियोग न देना ।
कोई दूर हो या पास ,सब पर
ईश्वर कृपा का हाथ रखवाना ।
तीसरी अपेक्षा यह है की ,
हमारी नन्ही सी बगिया में ,
सदा फूलों में बहार रहे ।
हर एक पौधा हमारे चमन का ,
लहलहाता रहे ।
चौथी अपेक्षा हमारी सबसे खास ,
जिस पर रहती हमारी सदा आस ।
हमारी रचनाएं प्रकाशित हो पत्र पत्रिकाओं में ,
हमारा कविता संग्रह पुस्तक के रूप में हो ,
प्रकाशित और स्थान पाए नामी लेखकों की ,
पुस्तकों के पास ।
बस ! और कोई अपेक्षा नही ,
और कोई चाह भी नही ।
हमारी अभिलाषाएं ,कामनाएं भी यही ,
और आशाएं भी यही।
यदि तुम पूर्ण कर दो ।
तेरा बहुत आभार मानेंगे हम ।
गए जीवन के इतने वर्ष खाली ,
बस और मत जाने दो ।
थोड़ी तो कामयाबी हमारी झोली में ,
भी डलवा दो ।
और इस कामयाबी और अन्य खुशियां मनाने हेतु ,
हमारे अपनों को सदा सलामत रखो ।
तथास्तु !!