हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
तय किया
जीवन का सफर
ऐ मेरे प्यारे हमसफ़र
जीवन मुल्य के साथ
सीढ़ी दर सीढ़ी ऊपर
कदम से कदम मिलाकर
चलते रहे हमेशा साथ
कुछ मीठे कुछ खट्टे
कुछ चटपटी सी नोक झोंक
फिर कुछ पलों के बाद मुस्कुराते
कुछ पल में भूल जाते उन पलों को
और फिर कोई किस्सा सुना कर
जोर जोर से कह कहे लगाते
दिल की गहराइयों से बना रिश्ता
मजबूत ताने बाने से बुना है
यूं नहीं टूट सकता है
झंझावात आते हैं और चले जाते हैं
सफर यूं ही चलता रहेगा