Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2024 · 1 min read

हकीकत

ज़िन्दगी की हकीकत समझते हैं,
हर लम्हा मस्ती में हम रहते हैं।

अनर्गल बातें हमें अच्छी नहीं लगती,
तभी तो हम नापतौल कर बोलते हैं।

बेमतलब का रिश्ता रखना गंवारा नहीं,
आदत है अच्छाई की अच्छा ही करते हैं।

लोगों को बर्बाद देख हंसना कैसी फितरत,
मदद करना की आदत तो निकल पड़ते हैं।

मेरे शहर की हवा बदली- बदली- सी लगे ,
जहर घोलती हवाए घर से कम निकलते हैं।

कामयाबी देख मेरी लोग मुझे गिराने लगे,
हम गिरने वालो में से नहीं हम नित चलते हैं ।

फ़िजाओ में कैसी घुटन अब बढ रही,
सुकूँन भरी शाम में ‘राज’संग महकते हैं।।

डा राजमती पोखरना सुराना

Language: Hindi
1 Like · 165 Views

You may also like these posts

The unknown road.
The unknown road.
Manisha Manjari
संस्कारों और वीरों की धरा...!!!!
संस्कारों और वीरों की धरा...!!!!
Jyoti Khari
मैं सूरज दूर बहुत दूर
मैं सूरज दूर बहुत दूर
Lekh Raj Chauhan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मेरे बस्ती के दीवारों पर
मेरे बस्ती के दीवारों पर
'अशांत' शेखर
"हासिल"
Dr. Kishan tandon kranti
चांद को तो गुरूर होगा ही
चांद को तो गुरूर होगा ही
Manoj Mahato
****प्रेम सागर****
****प्रेम सागर****
Kavita Chouhan
सोचो तो बहुत कुछ है मौजूद, और कुछ है भी नहीं
सोचो तो बहुत कुछ है मौजूद, और कुछ है भी नहीं
Brijpal Singh
आज का युवा कैसा हो?
आज का युवा कैसा हो?
Rachana
- जिसको अपनो द्वारा मिली दुत्कार उसको मिल रहा चाहने वालो से प्यार -
- जिसको अपनो द्वारा मिली दुत्कार उसको मिल रहा चाहने वालो से प्यार -
bharat gehlot
ब्रह्मचारिणी
ब्रह्मचारिणी
surenderpal vaidya
प्रिये
प्रिये
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
एक राजा की राज दुलारी
एक राजा की राज दुलारी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कवित्व प्रतिभा के आप क्यों ना धनी हों ,पर आप में यदि व्यावहा
कवित्व प्रतिभा के आप क्यों ना धनी हों ,पर आप में यदि व्यावहा
DrLakshman Jha Parimal
वाटिका विध्वंस
वाटिका विध्वंस
Jalaj Dwivedi
3389⚘ *पूर्णिका* ⚘
3389⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मायापति
मायापति
Mahesh Jain 'Jyoti'
तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे
तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे
Dr Archana Gupta
दोहे-बच्चे
दोहे-बच्चे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वंसत पंचमी
वंसत पंचमी
Raju Gajbhiye
जितनी मेहनत
जितनी मेहनत
Shweta Soni
इस कदर मजबूर था वह आदमी ...
इस कदर मजबूर था वह आदमी ...
Sunil Suman
I thought you're twist to what I knew about people of modern
I thought you're twist to what I knew about people of modern
Chaahat
ताड़का जैसी प्रवृति और श्याम चाहती हैं,सूपर्णखा सी स्त्रियां
ताड़का जैसी प्रवृति और श्याम चाहती हैं,सूपर्णखा सी स्त्रियां
पूर्वार्थ
..
..
*प्रणय*
प्रश्न अगर हैं तीक्ष्ण तो ,
प्रश्न अगर हैं तीक्ष्ण तो ,
sushil sarna
##श्रम ही जीवन है ##
##श्रम ही जीवन है ##
Anamika Tiwari 'annpurna '
प्रीतम
प्रीतम
श्रीहर्ष आचार्य
अपने माँ बाप पर मुहब्बत की नजर
अपने माँ बाप पर मुहब्बत की नजर
shabina. Naaz
Loading...