स्वाधीनता दिवस पर मुक्तक (छंद घनाक्षरी मनहरण)
पहचान तिरंगा भारत की, निशान तिरंगा भारत का,
शान तिरंगा भारत की, अभिमान तिरंगा भारत का।
अस्मिता तिरंगा भारत की,अरमान तिरंगा भारत का,
आसमान में लहरायेगा सदा तिरंगा भारत का।
एक भी धड़ पर जब तक शीश रहेगा,
भारत का तिरंगा झंडा, रहेगा ऊँचा नही झुकेगा।
अभिनन्दन करेंगे भारत का, विश्व के सकल मठाधीश,
होंगे प्रसन्न शहीद, आसमान से आशिष बरसेगा।
आज़ादी का प्यारा दिन, 15 अगस्त फिर आगया,
आएंगे निश्चय ही अच्छे दिन, करने आश्वस्त,आगया।
सर्व जन होंगे सुखी, नहीं रहेगा कोई दुखी,
कर्णधारों के संकल्पों को करने प्रशस्त आगया।
हो गए जो बलिदान दिवस आज़ादी पर नमन उनको,
दुर्गम सीमा पर डटे जो जवान, नमन उनको।
कर्तब्य रत हैं जो मजदूर-किसान उनको नमन,
जो हैं देश के निगहबान नमन उनको।
जयन्ती प्रसाद शर्मा, दादू ।