“””स्वागत में आतुर हैं हम सब”””
नए वर्ष की नूतन किरणे, ऐसी लालिमा लाए।
विगत वर्ष के सारे संकट, हम सब बिसरा पाए।।
बीता बीस पूरा महामारी में, इक्कीस पटरी पर लाएं।
दुनिया के कोने कोने से, महामारी को रोना मिट जाएं।।
हे ईश्वर तुमको शीश नवाए, सपने पूरे हो जाएं।
उम्मीदों पर चल रही दुनिया, हम भी चलते जाएं।।
जो संकट देखा सबने, संकट ऐसा कभी ना आए।
आने वाला नया वर्ष यह, खुशियां सबको दे जाएं।।
स्वागत में आतुर हैं हम सब, स्वागत करते जाएं।
प्रकृति रचयिता परम ईश से, खुशहाली सब चाहे।।
राजेश व्यास अनुनय