Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2021 · 1 min read

स्वच्छंद कला।

स्वच्छंद कला।

मैं कला हूं।
मुझमें कोई विकार नहीं,
मुझमें कोई अहंकार नहीं,
मुझमें कोई वासना नहीं,
मेरी कोई याचना नहीं,
मैं अतुल्य हूं।

मैं सबके मन में रमती हूं,
मैं सबके मन में बसती हूं,
जो,जैसे मुझे देखता है,
जो,जैसे मेरे लिए सोचता है,
जो,जैसे मुझे पुकारता है,
चाहे मुझे ललकारता है,
मैं…………..
सबके लिए यथावत हूं।

परतंत्रता की परछाइयों से दूर,
आडंबर और बुराइयों से दूर,
बुझी जोत को जलाने वाली,
सुप्तात्मा को जगाने वाली,
सहृदयों को सहलाने वाली,
स्वच्छंद प्रवृत्तियों से युक्त,
मैं निर्मल बला हूं।
मैं कला हूं।।।
*********
रचना- मौलिक एवं स्वरचित

निकेश कुमार ठाकुर
जिला- कटिहार (बिहार)
सं०- 9534148597

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 986 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
तू इतनी खूबसूरत है...
तू इतनी खूबसूरत है...
आकाश महेशपुरी
बाहर से खिलखिला कर हंसता हुआ
बाहर से खिलखिला कर हंसता हुआ
Ranjeet kumar patre
Kavita
Kavita
shahab uddin shah kannauji
दर्द उसे होता है
दर्द उसे होता है
Harminder Kaur
धीरे धीरे बदल रहा
धीरे धीरे बदल रहा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मजदूर की बरसात
मजदूर की बरसात
goutam shaw
दोय चिड़कली
दोय चिड़कली
Rajdeep Singh Inda
स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे
स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे
Ravi Prakash
जिंदगी को बड़े फक्र से जी लिया।
जिंदगी को बड़े फक्र से जी लिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हर मानव खाली हाथ ही यहाँ आता है,
हर मानव खाली हाथ ही यहाँ आता है,
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
यूं जो उसको तकते हो।
यूं जो उसको तकते हो।
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
6. शहर पुराना
6. शहर पुराना
Rajeev Dutta
" रीत "
Dr. Kishan tandon kranti
#हिन्दुस्तान
#हिन्दुस्तान
*Author प्रणय प्रभात*
पहला प्यार नहीं बदला...!!
पहला प्यार नहीं बदला...!!
Ravi Betulwala
तोड़ सको तो तोड़ दो ,
तोड़ सको तो तोड़ दो ,
sushil sarna
बिल्ली
बिल्ली
Manu Vashistha
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दिवाली व होली में वार्तालाप
दिवाली व होली में वार्तालाप
Ram Krishan Rastogi
*अज्ञानी की मन गण्ड़त*
*अज्ञानी की मन गण्ड़त*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मास्टर जी: एक अनकही प्रेमकथा (प्रतिनिधि कहानी)
मास्टर जी: एक अनकही प्रेमकथा (प्रतिनिधि कहानी)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
***होली के व्यंजन***
***होली के व्यंजन***
Kavita Chouhan
3176.*पूर्णिका*
3176.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सफलता वही है जो निरंतर एवं गुणवत्तापूर्ण हो।
सफलता वही है जो निरंतर एवं गुणवत्तापूर्ण हो।
dks.lhp
.......,,
.......,,
शेखर सिंह
बॉर्डर पर जवान खड़ा है।
बॉर्डर पर जवान खड़ा है।
Kuldeep mishra (KD)
हाँ, क्या नहीं किया इसके लिए मैंने
हाँ, क्या नहीं किया इसके लिए मैंने
gurudeenverma198
💐प्रेम कौतुक-554💐
💐प्रेम कौतुक-554💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
भगवान सर्वव्यापी हैं ।
भगवान सर्वव्यापी हैं ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...