स्पर्शबीज कोरोना
देवलोक पर रक्तबीज का
आतंक जैसे था छाया ,
स्पर्शबीज बनकर भूलोक पर
घातक कोरोना है ऐसे आया।
एक विषाक्त जीवाणु ने
दुनिया को दहलाया है,
सुपर पॉवर देशों को भी
अपने कदमों में झुकाया है।
हल्के में ले लिया विषाणु को
रोकथाम का पथ देर से अपनाया ,
चीन, इटली की दीवारें लाँघकर,
वायरस वैश्विक स्तर पर छाया।
देखते-देखते बढ़ने लगे हैं आँकड़े,
महामारी ने जिन्हें मौत की नींद सुलाया ।
उजाड़ बस्तियाँ बसी-बसाईं जिसने,
शहरों को वीरान सुनसान बनाया।
संपर्क न मिल पाए इस संक्रमण को
वैज्ञानिक-चिकित्सकों ने समझाया।
एकांतवास है एकमात्र उपाय,
वरना सब पर है मृत्यु का साया।
रक्तबीज का मर्दन करने को
माँ काली का था अवतार हुआ ।
स्पर्शबीज को पराजित करने को
आज पूरा भारत एकसार हुआ।
सामाजिक दूरी व हस्त-प्रक्षालन से ही,
यह स्पर्शबीज ध्वंस्त होगा।
अपने प्राण संकट में डालकर
समझा रहे डॉक्टर, नर्सेज व दारोगा।
परोपकार व जन -सेवा में समर्पित,
महान लोगों पर अभिमान करो।
घर में नजरबंद सैनिक बनकर,
स्पर्शबीज को शिकार देना बंद करो।
कोरोना की हार सुनिश्चित करो।।
खेमकिरण सैनी
25.3.2020