Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

स्नेह – प्यार की होली

स्नेह – प्यार की होली
फागून का महिना , शुभकामनाएं का रंग लगाओ
झुमों , नाचों – गाओं , होली का उत्सव मनाओ

होली हैं , प्रेम एवं एकता को बढ़ाओं
होली हैं , व्देष , राग ,दुश्मनी मिटाओं

होली हैं, बुरे विचार को नष्ट करों
होली हैं, चुगली , अश्लीलता का दहन करों

ना जलाओ पेड़ – पौधे ,
ना फेको कुडा – कचरा
पर्यावरण की रक्षा करेगे ,
तभी खुशहाल जीवन हमारा

उत्सव को उत्सव के रुप में मनाओ
मन को मैला कर विकृति ना लाओ

स्नेह के रंग को अच्छे भावनाओं सें रंगाना
एकता का संदेश देकर ,
सभी साथ-साथ रहना
000
– राजू गजभिये

Language: Hindi
109 Views
Books from Raju Gajbhiye
View all

You may also like these posts

बेटियां
बेटियां
Krishna Manshi
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
Phool gufran
तो जानो आयी है होली
तो जानो आयी है होली
Satish Srijan
#ਮੁਸਕਾਨ ਚਿਰਾਂ ਤੋਂ
#ਮੁਸਕਾਨ ਚਿਰਾਂ ਤੋਂ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
मतलबी नहीं हूँ
मतलबी नहीं हूँ
हिमांशु Kulshrestha
शायरी का बादशाह हूं कलम मेरी रानी अल्फाज मेरे गुलाम है बाकी
शायरी का बादशाह हूं कलम मेरी रानी अल्फाज मेरे गुलाम है बाकी
Ranjeet kumar patre
*
*"गुरुदेव"*
Shashi kala vyas
मेरी झोली मै कुछ अल्फ़ाज़ अपनी दुआओं के डाल दे ...
मेरी झोली मै कुछ अल्फ़ाज़ अपनी दुआओं के डाल दे ...
Neelofar Khan
दुविधा
दुविधा
Shyam Sundar Subramanian
हम हिम्मत हार कर कैसे बैठ सकते हैं?
हम हिम्मत हार कर कैसे बैठ सकते हैं?
Ajit Kumar "Karn"
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*जीवन उसका ही धन्य कहो, जो गीत देश के गाता है (राधेश्यामी छं
*जीवन उसका ही धन्य कहो, जो गीत देश के गाता है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
बस्तर का वैलेंटाइन
बस्तर का वैलेंटाइन
Dr. Kishan tandon kranti
कृष्ण में अभिव्यक्ति है शक्ति की भक्ति की
कृष्ण में अभिव्यक्ति है शक्ति की भक्ति की
AJAY AMITABH SUMAN
"I'm someone who wouldn't mind spending all day alone.
पूर्वार्थ
दिवाली पर कुछ रुबाइयाँ...
दिवाली पर कुछ रुबाइयाँ...
आर.एस. 'प्रीतम'
श्रृगार छंद - मात्रिक
श्रृगार छंद - मात्रिक
पंकज परिंदा
सुकून
सुकून
इंजी. संजय श्रीवास्तव
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
तन्हाई से यु लिपटे...
तन्हाई से यु लिपटे...
Manisha Wandhare
जिनका मैंने हर समय, रखा हृदय से ख्याल
जिनका मैंने हर समय, रखा हृदय से ख्याल
RAMESH SHARMA
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में
दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
2462.पूर्णिका
2462.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
लम्बी लम्बी श्वासें
लम्बी लम्बी श्वासें
Minal Aggarwal
खुशियों की दीवाली हो
खुशियों की दीवाली हो
sushil sharma
घनाक्षरी- पेड़ की कृपा
घनाक्षरी- पेड़ की कृपा
आकाश महेशपुरी
दिल तुझे
दिल तुझे
Dr fauzia Naseem shad
Loading...