Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2023 · 1 min read

– स्नेह का बंधन –

– स्नेह का बंधन –
भाई – भाई को जोड़े रखता,
बहन – भाई को जोड़े रखता,
मां बेटे को जोड़े रखता,
पिता पुत्री को जोड़े रखता,
मानव – मानव को जोड़े रखता,
मनुष्यता को संसार में कायम जो रखता,
लोगो से लोगो को जोड़े रखता,
अपनो को अपनो से जोड़े रखता,
सबको एक सूत्र में जोड़े रखता,
यही है एक बंधन जो कहलाता है इस दुनिया में स्नेह का बंधन,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
140 Views

You may also like these posts

पुस्तक समीक्षा
पुस्तक समीक्षा " चुप्पी का शोर "
Shyam Sundar Subramanian
*कालचक्र*
*कालचक्र*
Pallavi Mishra
चलते रहने वालों की है, पहचान इस दुनिया में
चलते रहने वालों की है, पहचान इस दुनिया में
पूर्वार्थ
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
Umender kumar
सृजन
सृजन
Bodhisatva kastooriya
आरजी जिंदगी है ...हिसाब किताब होगा सब आखिरत में......
आरजी जिंदगी है ...हिसाब किताब होगा सब आखिरत में......
shabina. Naaz
■ ऋणम कृत्वा घृतं पिवेत।।
■ ऋणम कृत्वा घृतं पिवेत।।
*प्रणय*
- हर हाल में एक जैसे रहो -
- हर हाल में एक जैसे रहो -
bharat gehlot
*ग़ज़ल*/ *सियासत*
*ग़ज़ल*/ *सियासत*
नवल किशोर सिंह
सोचा ना था
सोचा ना था
Swami Ganganiya
वेलेंटाइन डे बिना विवाह के सुहागरात के समान है।
वेलेंटाइन डे बिना विवाह के सुहागरात के समान है।
Rj Anand Prajapati
बदलता बचपन
बदलता बचपन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
माँ
माँ
संजय कुमार संजू
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
gurudeenverma198
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के व्यवस्था-विरोध के गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के व्यवस्था-विरोध के गीत
कवि रमेशराज
निर्णय
निर्णय
Dr fauzia Naseem shad
'सिकुड़न'
'सिकुड़न'
Rashmi Sanjay
DR Arun Kumar shastri
DR Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अतीत एक साथ
अतीत एक साथ
Kaviraag
काश ! लोग यह समझ पाते कि रिश्ते मनःस्थिति के ख्याल रखने हेतु
काश ! लोग यह समझ पाते कि रिश्ते मनःस्थिति के ख्याल रखने हेतु
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
"तू ठहरा सूरज"
Dr. Kishan tandon kranti
विवेकवान कैसे बनें। ~ रविकेश झा
विवेकवान कैसे बनें। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
सब वक्त का खेल है।
सब वक्त का खेल है।
Lokesh Sharma
51…..Muzare.a musamman aKHrab:: maf'uul faa'ilaatun maf'uul
51…..Muzare.a musamman aKHrab:: maf'uul faa'ilaatun maf'uul
sushil yadav
SP57 वृद्ध पिता को /सूरज का शहर/ विकराल ज्वाल /जाति धर्म संप्रदाय
SP57 वृद्ध पिता को /सूरज का शहर/ विकराल ज्वाल /जाति धर्म संप्रदाय
Manoj Shrivastava
घूंटती नारी काल पर भारी ?
घूंटती नारी काल पर भारी ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सम्मान सी दुनिया में कोई चीज नहीं है,
सम्मान सी दुनिया में कोई चीज नहीं है,
Anamika Tiwari 'annpurna '
बख्श मुझको रहमत वो अंदाज मिल जाए
बख्श मुझको रहमत वो अंदाज मिल जाए
VINOD CHAUHAN
*Promises Unkept*
*Promises Unkept*
Veneeta Narula
चाय
चाय
Rajeev Dutta
Loading...