स्थायित्व।
पेड़
तूफ़ान, आँधी या तेज़ हवा
बारिश हो या तेज़ गर्मी,
मगर वें खड़े रहते हैं।
नदियाँ
छोटी-छोटी धार को समेटे,
पहाड़ों से, मैदानों आदि से
लड़ती हुई बहती रहती हैं।
दिन कालिमा से लड़ता है,
रात लालिमा से लड़ती है,
मगर यह स्थायित्व नहीं अपनाते।
इसलिए कि यह सभी,
आरामदायक स्थिति में नहीं रहते।
यह सभी रचनात्मकता एवं नए अनुभवों,
की खोज में रहते हैं।