Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Mar 2024 · 1 min read

स्थायित्व।

पेड़
तूफ़ान, आँधी या तेज़ हवा
बारिश हो या तेज़ गर्मी,
मगर वें खड़े रहते हैं।

नदियाँ
छोटी-छोटी धार को समेटे,
पहाड़ों से, मैदानों आदि से
लड़ती हुई बहती रहती हैं।

दिन कालिमा से लड़ता है,
रात लालिमा से लड़ती है,
मगर यह स्थायित्व नहीं अपनाते।

इसलिए कि यह सभी,
आरामदायक स्थिति में नहीं रहते।
यह सभी रचनात्मकता एवं नए अनुभवों,
की खोज में रहते हैं।

Language: Hindi
1 Like · 48 Views

You may also like these posts

Can I hold your hand- एक खूबसूरत एहसास
Can I hold your hand- एक खूबसूरत एहसास
komalagrawal750
अपनों से अपना हक़ मांग कर देख लो भेड़ के अंदर छिपा भेड़िया ख
अपनों से अपना हक़ मांग कर देख लो भेड़ के अंदर छिपा भेड़िया ख
पूर्वार्थ
मरती इंसानियत
मरती इंसानियत
Sonu sugandh
" क्यों? "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम
प्रेम
Ruchika Rai
अब बात हमसे करना नहीं
अब बात हमसे करना नहीं
gurudeenverma198
मार मुदई के रे
मार मुदई के रे
जय लगन कुमार हैप्पी
...........
...........
शेखर सिंह
आखिरी पन्ना
आखिरी पन्ना
Sudhir srivastava
चंचल मन
चंचल मन
उमेश बैरवा
अंगदान
अंगदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
लो फिर गर्मी लौट आई है
लो फिर गर्मी लौट आई है
VINOD CHAUHAN
अब न तुमसे बात होगी...
अब न तुमसे बात होगी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
S666 là một trong những nhà cái nổi tiếng tại Việt Nam, chuy
S666 là một trong những nhà cái nổi tiếng tại Việt Nam, chuy
S666 S666HN.COM Nhà Cái Hàng Đầu Khu Vực Châu Á 2024
दोहा छंद भाग 2
दोहा छंद भाग 2
मधुसूदन गौतम
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
तीर नजर के पार गईल
तीर नजर के पार गईल
Nitu Sah
अनमोल सी राह देखी
अनमोल सी राह देखी
Avani Yadav
Waiting for vibes and auras to match with the destined one.
Waiting for vibes and auras to match with the destined one.
Chaahat
नज़र चुरा कर
नज़र चुरा कर
Surinder blackpen
ग़ज़ल - याद आयेगा हमें .....
ग़ज़ल - याद आयेगा हमें .....
sushil sarna
कृष्ण
कृष्ण
श्रीहर्ष आचार्य
उदास रातें बुझे- बुझे दिन न खुशनुमा ज़िन्दगी रही है
उदास रातें बुझे- बुझे दिन न खुशनुमा ज़िन्दगी रही है
Dr Archana Gupta
ख़्वाहिशों को कहाँ मिलता, कोई मुक़म्मल ठिकाना है।
ख़्वाहिशों को कहाँ मिलता, कोई मुक़म्मल ठिकाना है।
Manisha Manjari
#धवल_पक्ष
#धवल_पक्ष
*प्रणय*
जीवन सत्य या मृत्यु। ~ रविकेश झा
जीवन सत्य या मृत्यु। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
कल एक नज़र जिंदगी पर डाली तो
कल एक नज़र जिंदगी पर डाली तो
Jyoti Roshni
प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
नमन वंदन सदा करता।
नमन वंदन सदा करता।
अरविंद भारद्वाज
Loading...