स्त्री नख से शिख तक सुन्दर होती है…
स्त्री नख से शिख तक सुन्दर होती है…
पुरुष नहीं। …पुरुष का सौंदर्य उसके चेहरे पर तब उभरता है जब वह अपने साहस के बल पर …विपरीत परिस्थितियों को भी अनुकूल कर लेता है।
गांव के बुजुर्ग कहते हैं….पुरुष की प्रतिष्ठा उसकी स्त्री तय करती है और स्त्री का सौंदर्य उसका पुरुष… दोनों के बीच समर्पण हो तभी उनका संसार सुन्दर होता है।