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23 Oct 2022 · 1 min read

सोन चिरैया

सबेर होई हो
फेर होई हो!
देसवा में कबले
अंधेर होई हो!!
एही बगिया के
डाली-डाली पर!
सोन चिरैया के
बसेर होई हो!!
#भ्रष्टाचार #उत्पीड़न #निजीकरण
#नेता #राजनीतिक #कविता #लूट
#जनवादी #कविता #भोजपुरी
#महंगाई #बेरोजगारी #बहुजन

Language: Bhojpuri
200 Views
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