सोच रहे थे ___ कविता
सोच रहे थे ___वे हमारे लिए ही सजे थे।
बीतते वक्त के साथ पता चला हमको,
उनके दिल के तार___
शायद किसी और के लिए बजे थे।।
समझ नहीं पाए हम उनकी यह नादानियां,
आखिर अभी तक ____
हमारे साथ किए क्यों मजे थे।।
सपने हमें दिखाएं दिल और को दिया,
दिखाई तो दिए बदरा,
दूसरे गांव जाकर गरजे थे।।
राजेश व्यास अनुनय