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29 Oct 2021 · 1 min read

सोच रहे थे ___ कविता

सोच रहे थे ___वे हमारे लिए ही सजे थे।
बीतते वक्त के साथ पता चला हमको,
उनके दिल के तार___
शायद किसी और के लिए बजे थे।।
समझ नहीं पाए हम उनकी यह नादानियां,
आखिर अभी तक ____
हमारे साथ किए क्यों मजे थे।।
सपने हमें दिखाएं दिल और को दिया,
दिखाई तो दिए बदरा,
दूसरे गांव जाकर गरजे थे।।

राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
1 Like · 330 Views
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