Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2023 · 1 min read

सोच का अपना दायरा देखो

उंगलियों का तो काम है उठना ।
सोच का अपना दायरा देखो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 160 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
आप तनाव में तनिक मत रहो,
आप तनाव में तनिक मत रहो,
Ajit Kumar "Karn"
लगा समंदर में डुबकी मनोयोग से
लगा समंदर में डुबकी मनोयोग से
Anamika Tiwari 'annpurna '
अनुभूति...
अनुभूति...
ओंकार मिश्र
मेरे पांच रोला छंद
मेरे पांच रोला छंद
Sushila joshi
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तू याद कर
तू याद कर
Shekhar Chandra Mitra
अब भी देश में ईमानदार हैं
अब भी देश में ईमानदार हैं
Dhirendra Singh
हिंदी भाषा
हिंदी भाषा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मैं सरिता अभिलाषी
मैं सरिता अभिलाषी
Pratibha Pandey
हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह
हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह
Rj Anand Prajapati
शरणागति
शरणागति
Dr. Upasana Pandey
गहरी हो बुनियादी जिसकी
गहरी हो बुनियादी जिसकी
कवि दीपक बवेजा
भजन- कावड़ लेने आया
भजन- कावड़ लेने आया
अरविंद भारद्वाज
"लाजिमी"
Dr. Kishan tandon kranti
हरगिज़ नहीं
हरगिज़ नहीं
Mahender Singh
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
अधरों के बैराग को,
अधरों के बैराग को,
sushil sarna
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4863.*पूर्णिका*
4863.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
“विवादित साहित्यकार”
“विवादित साहित्यकार”
DrLakshman Jha Parimal
जवाला
जवाला
भरत कुमार सोलंकी
*जाऍंगे प्रभु राम के, दर्शन करने धाम (कुंडलिया)*
*जाऍंगे प्रभु राम के, दर्शन करने धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मां
मां
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
चमन
चमन
Bodhisatva kastooriya
**OPS माँग भरा मुक्तक**
**OPS माँग भरा मुक्तक**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
Shyam Sundar Subramanian
अब नहीं घूमता
अब नहीं घूमता
Shweta Soni
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
आज   भी   इंतज़ार   है  उसका,
आज भी इंतज़ार है उसका,
Dr fauzia Naseem shad
It is what it is
It is what it is
पूर्वार्थ
Loading...