सृष्टि नियामक है शिव शक्ति
सृष्टि नियामक है शिव शक्ति
सृष्टि नियामक है अर्धनारीश्वर
सृष्टि का विस्तार हो कैसे अब
उमा महेश रूप है अर्धनारीश्वर
ब्रह्मा की मानसिक सृष्टि जब
पा न सकी थी विस्तार
मनुजता रहे जीवित सदा कैसे
मैथुनी सृष्टि ही बनती आधार
ब्रह्मा जी करते तप कठोर
प्रेमपूर्वक करते शिव का ध्यान
सृष्टि सृजन का पाने को ठौर
हुआ तब अर्धनारीश्वर विज्ञान