सूर्य देव
सूर्य देव जी क्यों अबकी बार ,
मुंह फुलाकर बैठे हो,
मांफ करदो हमें,
क्योंकि पेड़ हमने ही काटे हैं।
ये गलती न करेगे दोबारा ,
पेड़ लगाएंगे हम हर गली चौराहा।
बंद करो अब आग बरसानी,
हमें तो याद आगी अपनी नानी।
पेड़ों के हम दुश्मन बने,
तभी तो सूर्य देव भोहें तने।