सूरज के सौ प्रतिरूप
आज सुबह
मेरे आसमान में
एक नहीं
छोटे छोटे सूरज के
सौ प्रतिरूप उगें
उजाला चाहे उतना ही
बिखेरें लेकिन
अपना अपना जोर लगाकर
जिससे जितना बन पड़े
पूरी ताकत झोंककर
वह एक साथ मिलकर
अपना प्रकाश बिखेरें।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001