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28 Aug 2021 · 1 min read

सूरज के सौ प्रतिरूप

आज सुबह
मेरे आसमान में
एक नहीं
छोटे छोटे सूरज के
सौ प्रतिरूप उगें
उजाला चाहे उतना ही
बिखेरें लेकिन
अपना अपना जोर लगाकर
जिससे जितना बन पड़े
पूरी ताकत झोंककर
वह एक साथ मिलकर
अपना प्रकाश बिखेरें।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 226 Views
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