” सूरजमल “
अजेय योद्धा स्व सूरजमल जी
वीर शिरोमणी राजा डीग का
13 फरवरी को देवकी से अवतरित
सुपूत राजा बदन सिंह का,
पानीपत के तीसरे युद्ध में
अब्दाली से मराठों का युद्ध हुआ
मराठों की हुई इसमें हालत बदतर
अब्दाली का पलड़ा भारी रहा,
उदार प्रवृति के राजा सूरजमल ने
घायल मराठों का चिकित्सा प्रबंध किया
भूख से तड़पे जब सैनिक मराठा
शरण और खाना देकर तृप्त किया,
देश का एकमात्र अभेद किला
लोहागढ़ का निर्माण महाराजा ने किया
मोटी दीवार को तोड़ ना सकी तोप भी
13 बार आक्रमण अंग्रेजो ने किया,
कभी नहीं हार मानी सूरजमल ने
ना ही कभी मुगलों समक्ष झुका
80 लड़ाई लड़ी संपूर्ण जीवन में
ना ही कोई राजा उसे हरा सका,
छुटाकर पसीने नजीबुदौला के
सूरजमल ने नवाब संग युद्ध लड़ा
हिंडन नदी पर हुए इस युद्ध में
25 दिसंबर को वीरगति को प्राप्त हुआ।
Dr.Meenu Poonia jaipur