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26 Oct 2021 · 1 min read

सूख रहा है बूढ़ा बरगद

अच्छा है मुख मोड़ रहे हो
मुझको तनहा छोड़ रहे हो।
सूख रहा है बूढ़ा बरगद।
जिससे रिश्ता तोड़ रहे हो।

देखिए हर बात पे रोने लगा।
बाप का दिल मोल सा होने लगा।
दर्द गम खुद के सभी मंजूर हैं-
पुत्र के इक आह में खोने लगा।

Language: Hindi
166 Views
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