“सुबह की चाय”
बड़ी दिलचस्प कहानी है चाय की
कि शादी के अगले दिन ही जब पतिदेव ने
अपने हाथों से बनी चाय दी
तो उस चाय ने हर चाय को मात दी
पहले हमे पता थे चाय के प्रकार
मसाला,कड़क,अद्रक ना जाने क्या क्या
अब हमारी बेड टी के सिर्फ 3 प्रकार है
रात का झगड़ा सुबह तक बरकरार रखना है
ये बात उनकी चाय जाहिर कर देती हैं
अगले दिन हमे चाय मिलती ही नही है l
जो कहलाती है शून्य चाय
और उनको जब प्यार आता हम पर
तो कसम से लगता शक्कर बर्बाद कर दी चाय पर
ये कहलाती है प्यार वाली चाय
कभी कभी जब वो अकेले ही पी लेते है चाय
और कहते है तुम देर से सोई थी ना
तो तुमको उठाकर कौन आफत लाये
रुको अभी बना देता हूँ तुम्हारे लिए चाय
हम नही सुनते कुछ भी
हमें चाहिए वही वाली चाय
अब यही चाय बवाल चाय कहलाये