..सुप्रभात
..सुप्रभात
कभी नक़ल से मंज़िल आसान नहीं होती।
बिन पंखों के जैसे कि उड़ान नहीं होती।।
खुलते हैं ज्ञान से ही सफलता के रास्ते,
बिन ज्ञान इंसान की पहचान नहीं होती।।
..आर.एस. ‘प्रीतम’
..सुप्रभात
कभी नक़ल से मंज़िल आसान नहीं होती।
बिन पंखों के जैसे कि उड़ान नहीं होती।।
खुलते हैं ज्ञान से ही सफलता के रास्ते,
बिन ज्ञान इंसान की पहचान नहीं होती।।
..आर.एस. ‘प्रीतम’