सुन कर समझें बात को, मथ कर करें विचार,
सुन कर समझें बात को, मथ कर करें विचार,
जिनके उर नवनीत है, वे करते उपकार l
सुख दुख में जो ऐक रस, रहे अलग पहिचान,
सहन शील ही जगत में, पाते हैं सम्मान l
सुन कर समझें बात को, मथ कर करें विचार,
जिनके उर नवनीत है, वे करते उपकार l
सुख दुख में जो ऐक रस, रहे अलग पहिचान,
सहन शील ही जगत में, पाते हैं सम्मान l