सुनि ले अम्मा कासे बोली आपन शुद्ध बघेली !!
बहुत दिना भा खाए होइगा बहुरी लाटा तेली !
अजुअव देख कहा हम बिसरन घुघुरी गुड़ के भेली !!
बचपन के दिन कभौ ना लउटी घर अई कइके दंगा !
बहरा अउर नदी मा कूदी होई होई हम सब नंगा !!
रोज़ एकठे जघिआ फाटय छाला पड़य हथेली !
सुनि ले अम्मा कासे बोली आपन शुद्ध बघेली !
सुधि आबाथी अम्मा हमही सार बुसउला सथरी !
जाऊँ सुंदर हम ओढ़ी के सोई धोती बाली कथरी !!
साथ मा रोटी अउर कनेमन जब हाथे मा देते !
लाला हीरा मुन्ना कहिके झट से गोद मा लेते !!
बिछुड़ गए सब साथी आपन अब केके संग खेली !
सुनि ले अम्मा कासे बोली आपन शुद्ध बघेली !
जब खेली हम गोली गिट्टा लेहे डड़उका मरते !
चोट लगय जब हाथ पाव मा ज़ख्म तहिन ता भरते !!
तोता कस रोज़ बिहन्ने रटते पढ़ ले दादू भइया !
उरिन नहीं हम तोसे कबहूं सुनि ले मोरे मइया !!
देख देख जिउ कुहुक उठत है कब बनी मोर हवेली !
सुनि ले अम्मा कासे बोली आपन शुद्ध बघेली !
कहे रहन ना अम्मा तोसे तोरव एकदिन लउटीं !
हाथ के तोरे चूल्हा बरतन खोबा दूसर अउटी !!
गाड़ी घोड़ा बगली बँगला नौकर चाकर होई !
दुसरे घरके बनके बिटिया धोती ओन्ना धोई !!
हाथ पाव मा तेल लगाईं दुलहिन नई नवेली !
सुनि ले अम्मा कासे बोली आपन शुद्ध बघेली !!
मौलिक Kavi Ashish Tiwari Jugnoo
08871887126 / 09200573071…