Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2024 · 1 min read

सुनाओ मत मुझे वो बात , आँसू घेर लेते हैं ,

सुनाओ मत मुझे वो बात , आँसू घेर लेते हैं ,
बड़ी तकलीफ़ होती दिल को भी गिरियावज़ारी से ।
✍️नील रूहानी

1 Like · 41 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ऋतुराज (घनाक्षरी )
ऋतुराज (घनाक्षरी )
डॉक्टर रागिनी
तुमको वो पा लेगा इतनी आसानी से
तुमको वो पा लेगा इतनी आसानी से
Keshav kishor Kumar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
माँ लक्ष्मी
माँ लक्ष्मी
Bodhisatva kastooriya
ना ही लम्हात कई याद दिलाने के लिए।
ना ही लम्हात कई याद दिलाने के लिए।
*प्रणय प्रभात*
* का बा v /s बा बा *
* का बा v /s बा बा *
Mukta Rashmi
जिस पर हँसी के फूल,कभी बिछ जाते थे
जिस पर हँसी के फूल,कभी बिछ जाते थे
Shweta Soni
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
Aarti sirsat
3247.*पूर्णिका*
3247.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यह रंगीन मतलबी दुनियां
यह रंगीन मतलबी दुनियां
कार्तिक नितिन शर्मा
जुमर-ए-अहबाब के बीच तेरा किस्सा यूं छिड़ गया,
जुमर-ए-अहबाब के बीच तेरा किस्सा यूं छिड़ गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सलाह के सौ शब्दों से
सलाह के सौ शब्दों से
Ranjeet kumar patre
सौदागर हूँ
सौदागर हूँ
Satish Srijan
बदनाम
बदनाम
Neeraj Agarwal
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
Ravi Prakash
इंसान हो या फिर पतंग
इंसान हो या फिर पतंग
शेखर सिंह
*रंगों का ज्ञान*
*रंगों का ज्ञान*
Dushyant Kumar
एक तरफा दोस्ती की कीमत
एक तरफा दोस्ती की कीमत
SHAMA PARVEEN
ख़ामोश सा शहर
ख़ामोश सा शहर
हिमांशु Kulshrestha
"ला-ईलाज"
Dr. Kishan tandon kranti
आ चलें हम भी, इनके हम साथ रहें
आ चलें हम भी, इनके हम साथ रहें
gurudeenverma198
बाद के लिए कुछ भी मत छोड़ो
बाद के लिए कुछ भी मत छोड़ो
पूर्वार्थ
जीवन में आगे बढ़ जाओ
जीवन में आगे बढ़ जाओ
Sonam Puneet Dubey
हादसों का बस
हादसों का बस
Dr fauzia Naseem shad
खिचड़ी यदि बर्तन पके,ठीक करे बीमार । प्यासा की कुण्डलिया
खिचड़ी यदि बर्तन पके,ठीक करे बीमार । प्यासा की कुण्डलिया
Vijay kumar Pandey
क्या अच्छा क्या है बुरा,सबको है पहचान।
क्या अच्छा क्या है बुरा,सबको है पहचान।
Manoj Mahato
अधूरा ज्ञान
अधूरा ज्ञान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
रिश्ते
रिश्ते
Punam Pande
अधूरे सवाल
अधूरे सवाल
Shyam Sundar Subramanian
Loading...