सुनहरे कल में
मन मधुवन में
जाग रहा है
प्रीत का वो बीज
जो आगे
चलकर हमारी
जीवन बगिया को
सुनहरे कल में
बदल देगा
इसी ख्याल से
हम उसे
मन मधुवन में
जगाए रखें है।।
मन मधुवन में
जाग रहा है
प्रीत का वो बीज
जो आगे
चलकर हमारी
जीवन बगिया को
सुनहरे कल में
बदल देगा
इसी ख्याल से
हम उसे
मन मधुवन में
जगाए रखें है।।