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27 Jun 2024 · 1 min read

” सुनव “

” सुनव ”

हिस्सा लेना होही तव
कोकरो दुख-पीरा के लेवव,

खुशी के बाँटा लेवइया तो
सगरी दुनिया हावय।

2 Likes · 1 Comment · 17 Views
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