सुख के रंग
सबकी खैर मनाइये रहे न कोई तंग,
सबको मनभाया मिले बरसें सुख के रंग।
बरसें सुख के रंग सभी जन रहें प्रफुल्लित,
नहि मलीन मुख होंय रहें मन में सब प्रमुदित।
रहें संवरते काम कृपा बनी रहे प्रभु की,
सभी रहें खुशहाल दिवाली हो नित सबकी।
जयन्ती प्रसाद शर्मा