Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2017 · 1 min read

सुख की पावन चूल रही

(विधा-बाल गीतिका)

नाना -नानी आनंद मगन, घररूपी बगिया फूल रही |
सब हँसते -गाते प्रीत रंग के सुख की पावन चूल रही |

आजाद हिंद की हर उमंग दिल धक-धक झूला पवन संग |
ऊपर को बढ़ता, लौटा तो, भय-गति पूरी प्रतिकूल रही|
नाना -नानी आनंद मगन,घररूपी बगिया फूल रही|
सब हँसते गाते प्रीति रंग के सुख की पावन चूल रही|

मामा आए, पापा आए, माँ को भी संग-संग लाए|
सद्प्रीति रंग, छाई उमंग ,प्रभु माया भी अनुकूल रही |
नाना-नानी आनंद मगन घररूपी बगिया फूल रही|
सब हँसते-गाते प्रीति रंग के सुख की पावन चूल रही|

नित पाठ राष्ट्रमय ज्ञान हेतु ,औ प्रीतिभाव विज्ञान हेतु|
जीवन उल्लास भरा मधुरिम, उर में आनंदी मूल रही |
नाना-नानी आनंद मगन ,घररूपी बगिया फूल रही|
सब हँसते -गाते प्रीत रंग के सुख की पावन चूल रही|

बृजेश कुमार नायक
‘जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता

545 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
राष्ट्र निर्माता शिक्षक
राष्ट्र निर्माता शिक्षक
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नदियां
नदियां
manjula chauhan
■ सियासत के बूचड़खाने में...।।
■ सियासत के बूचड़खाने में...।।
*Author प्रणय प्रभात*
बचपन,
बचपन, "बूढ़ा " हो गया था,
Nitesh Kumar Srivastava
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमने तुमको दिल दिया...
हमने तुमको दिल दिया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
दिव्य दृष्टि बाधित
दिव्य दृष्टि बाधित
Neeraj Agarwal
जीवन में प्राथमिकताओं का तय किया जाना बेहद ज़रूरी है,अन्यथा
जीवन में प्राथमिकताओं का तय किया जाना बेहद ज़रूरी है,अन्यथा
Shweta Soni
मनोकामना
मनोकामना
Mukesh Kumar Sonkar
मै पूर्ण विवेक से कह सकता हूँ
मै पूर्ण विवेक से कह सकता हूँ
शेखर सिंह
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
कवि रमेशराज
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेजुबान तस्वीर
बेजुबान तस्वीर
Neelam Sharma
बीमार समाज के मसीहा: डॉ अंबेडकर
बीमार समाज के मसीहा: डॉ अंबेडकर
Shekhar Chandra Mitra
*जानो होता है टिकट, राजनीति का सार (कुंडलिया)*
*जानो होता है टिकट, राजनीति का सार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
" दीया सलाई की शमा"
Pushpraj Anant
लगन की पतोहू / MUSAFIR BAITHA
लगन की पतोहू / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
नशा
नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रक्तदान
रक्तदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"बँटबारे का दंश"
Dr. Kishan tandon kranti
আজ রাতে তোমায় শেষ চিঠি লিখবো,
আজ রাতে তোমায় শেষ চিঠি লিখবো,
Sakhawat Jisan
हे राम तुम्हीं कण कण में हो।
हे राम तुम्हीं कण कण में हो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरे अंतस में ......
मेरे अंतस में ......
sushil sarna
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
Ranjeet kumar patre
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
Manisha Manjari
खेत -खलिहान
खेत -खलिहान
नाथ सोनांचली
मेरी तो धड़कनें भी
मेरी तो धड़कनें भी
हिमांशु Kulshrestha
💐अज्ञात के प्रति-140💐
💐अज्ञात के प्रति-140💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Jay prakash dewangan
Jay prakash dewangan
Jay Dewangan
Loading...