Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2024 · 1 min read

सुख का मुकाबला

उस अमीर का सुख
मुझे बहुत विपन्न दिखा
और उस गरीब का सुख
बहुत सम्पन्न
एक चेहरे पर सुख गर्व सजा
मग़र सूजा दिखा था
जबकि दूजा मुख मुझे
दुख में भी हरा और अमीर हुआ लगा था
मुदा,
एक गरीब के सुख में सम्पन्न करने की शक्ति है
और, एक अमीर के सुख में विपन्नता बख्शने की!

2 Likes · 69 Views
Books from Dr MusafiR BaithA
View all

You may also like these posts

यह रंगीन मतलबी दुनियां
यह रंगीन मतलबी दुनियां
कार्तिक नितिन शर्मा
👌🏼वक़्त का तक़ाज़ा👌
👌🏼वक़्त का तक़ाज़ा👌
*प्रणय*
खुद को मीरा कहूँ
खुद को मीरा कहूँ
Dr Archana Gupta
जिंदगी और कविता
जिंदगी और कविता
पूर्वार्थ
"वक्त के साथ"
Dr. Kishan tandon kranti
नज़्म
नज़्म
Shiva Awasthi
मेरा हिंदी दिवस
मेरा हिंदी दिवस
Mandar Gangal
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
Ravi Prakash
जमाने को खुद पे
जमाने को खुद पे
A🇨🇭maanush
हुनर का मेहनताना
हुनर का मेहनताना
आर एस आघात
नेता
नेता
OM PRAKASH MEENA
ख्वाब जब टूटने ही हैं तो हम उन्हें बुनते क्यों हैं
ख्वाब जब टूटने ही हैं तो हम उन्हें बुनते क्यों हैं
PRADYUMNA AROTHIYA
दर्द
दर्द
ललकार भारद्वाज
कुछ शब्द स्कूल की जिंदगी के लिए
कुछ शब्द स्कूल की जिंदगी के लिए
Rekha khichi
तू मेरी मैं तेरा, इश्क है बड़ा सुनहरा
तू मेरी मैं तेरा, इश्क है बड़ा सुनहरा
SUNIL kumar
4131.💐 *पूर्णिका* 💐
4131.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
आर.एस. 'प्रीतम'
हार भी स्वीकार हो
हार भी स्वीकार हो
Dr fauzia Naseem shad
ग्रुप एडमिन की परीक्षा प्रारंभ होने वाली है (प्रधानाचार्य इस
ग्रुप एडमिन की परीक्षा प्रारंभ होने वाली है (प्रधानाचार्य इस
Ashwini sharma
संकल्प
संकल्प
Shashank Mishra
ग़ज़ल _ याद आता है कभी वो, मुस्कुराना दोस्तों ,
ग़ज़ल _ याद आता है कभी वो, मुस्कुराना दोस्तों ,
Neelofar Khan
इश्क़ ज़हर से शर्त लगाया करता है
इश्क़ ज़हर से शर्त लगाया करता है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आदमी
आदमी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तीसरी बेटी - परिवार का अभिमान
तीसरी बेटी - परिवार का अभिमान
Savitri Dhayal
सरकार अपराध पर तो नियंत्रण रख सकती है पर किसी के मन पर नहीं
सरकार अपराध पर तो नियंत्रण रख सकती है पर किसी के मन पर नहीं
Rj Anand Prajapati
बिगड़ी किश्मत बन गयी मेरी,
बिगड़ी किश्मत बन गयी मेरी,
Satish Srijan
सत्य
सत्य
Neha
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
sushil yadav
प्रेरणा गीत
प्रेरणा गीत
संतोष बरमैया जय
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
Bhupendra Rawat
Loading...