‘वर्षगाँठ-शुभकामना’
खुशियाँ हज़ारों चेहरे,
खिलाती रहें आपकी,
युग-युग शुभ घड़ी,
मुस्कुराती रहे आपकी!
आशियाना जहां बने,
गुलज़ार बने ज़िन्दगी,
कदम जहाँ-जहाँ पड़ें,
हस्ती खिले आपकी!!
खिले गली आँगन हँसे,
बिखरे सुगंध आपकी!
तरु-छाया, उदधि-गम्भीरता,
बनी रहे आपकी!
दिल से उठी सदा ‘मयंक’,
लम्बी उम्र के लिए,
दाम्पत्य वर्षगाँठ यूँ,
झिलमिलाती रहे आपकी!!
✍के.आर.परमाल ‘मयंक’