सुकून
द्वंद भरे जीवन में अगर
दो पल की सुकून मिल जाए
तो उसकी रहमत समझना
गैरों मैं नहीं अपने आप मैं अकेले हैं ।
बेचैनी लिए घुमा करती हैं जिंदगी ।
द्वंद भरे जीवन में अगर
दो पल की सुकून मिल जाए
तो उसकी रहमत समझना
गैरों मैं नहीं अपने आप मैं अकेले हैं ।
बेचैनी लिए घुमा करती हैं जिंदगी ।