Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2019 · 1 min read

सुकूनभरी नींद #100 शब्दों की कहानी#

मां से बाते करते-करते न जाने रूही को कब नींद लग गई और रंगीन परियों के सपनों में खो गई । बेचारी मां अपनी बातें करती रही, बेटी घर जो आई थी, पूरे साल भर परीक्षा देने के बाद ।

सुबह रूही मां से स्नेहभरे प्यार से लिपटकर बोली सच में मां, “विषय के अनुरूप पढ़ाई-लिखाई के लिए गई घर से बाहर मैं” । परीक्षा खत्म होने के बाद वैसे नींद आती ही है, पर घर पर तेरे हाथ का लज़ीज़ खाना खाकर जो सुकूनभरी-नींद आती है, उसका जवाब ही नहीं, “घर जैसा सुकून कहीं पर भी नहीं है मां”।

Language: Hindi
2 Likes · 493 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aarti Ayachit
View all
You may also like:
करम के नांगर  ला भूत जोतय ।
करम के नांगर ला भूत जोतय ।
Lakhan Yadav
"सुहागन की अर्थी"
Ekta chitrangini
एहसास
एहसास
Dr fauzia Naseem shad
मोल
मोल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
एक मैं हूँ, जो प्रेम-वियोग में टूट चुका हूँ 💔
एक मैं हूँ, जो प्रेम-वियोग में टूट चुका हूँ 💔
The_dk_poetry
मैं अक्सर उसके सामने बैठ कर उसे अपने एहसास बताता था लेकिन ना
मैं अक्सर उसके सामने बैठ कर उसे अपने एहसास बताता था लेकिन ना
पूर्वार्थ
जुते की पुकार
जुते की पुकार
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आदर्श शिक्षक
आदर्श शिक्षक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)*
*खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
#बाउंसर :-
#बाउंसर :-
*Author प्रणय प्रभात*
★संघर्ष जीवन का★
★संघर्ष जीवन का★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
बेटियां
बेटियां
Manu Vashistha
"आया मित्र करौंदा.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Sadiyo purani aas thi tujhe pane ki ,
Sadiyo purani aas thi tujhe pane ki ,
Sakshi Tripathi
जब तक हो तन में प्राण
जब तक हो तन में प्राण
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यार की कलियुगी परिभाषा
प्यार की कलियुगी परिभाषा
Mamta Singh Devaa
"पंछी"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी चाहत
मेरी चाहत
Namrata Sona
बावरी
बावरी
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
संतोष धन
संतोष धन
Sanjay ' शून्य'
पिता पर एक गजल लिखने का प्रयास
पिता पर एक गजल लिखने का प्रयास
Ram Krishan Rastogi
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
DrLakshman Jha Parimal
जाति आज भी जिंदा है...
जाति आज भी जिंदा है...
आर एस आघात
कविता: एक राखी मुझे भेज दो, रक्षाबंधन आने वाला है।
कविता: एक राखी मुझे भेज दो, रक्षाबंधन आने वाला है।
Rajesh Kumar Arjun
सफलता
सफलता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
2410.पूर्णिका
2410.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
संसार है मतलब का
संसार है मतलब का
अरशद रसूल बदायूंनी
तुंग द्रुम एक चारु🥀🌷🌻🌿
तुंग द्रुम एक चारु🥀🌷🌻🌿
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
देख भाई, ये जिंदगी भी एक न एक दिन हमारा इम्तिहान लेती है ,
देख भाई, ये जिंदगी भी एक न एक दिन हमारा इम्तिहान लेती है ,
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...