सीधेपन का फ़ायदा उठाया न करो
सीधेपन का फ़ायदा
उठाया न करो
नाम लेके मेरा
आज़माया न करो
मुसीबत के हर मोड़ पे
तेरे साथ खड़ा था
ये भी तुझे याद है
या भूल गया
हँसी आती है मुझे
उन लोगों पे
सामने तो दोस्त
पीठ पीछे भौंकते
दोस्ती की क़ीमत
न लगाया करो
ग़र की हैं दोस्ती
तो निभाया करो
सामनें है प्यार
दिल में नफ़रत ऱखते
क्या बिगाड़ा मैंने
इतना क्यू हो जलते
ग़र जो भी मन में हो
वो बताया करो
गले लगाकर
ख़जर न लगाया करो
अरे तुमसे अच्छा तो
दुश्मन ही सही
सामनें से वार करें
क़भी पीछे से नहीं
पता हैं हमको
तुम सयाने बड़े हो
बस अपना मतलब
हमसे निकलते हो
तेरी फ़ितरत की
हैं हमें सब ख़बर
पर सब जानकर
हम रहतें बेख़बर
दोस्ती का के मायने
क्या पता है तुझे
दोस्ती को कभी
बदनाम न करतें
इन बातें को
भूल जाया न करो
की हैं दोस्ती
साथ निभाया करो
✍️ D.k math