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20 Apr 2024 · 1 min read

“सियासत”

“सियासत”
जो और कहीं नहीं हो सकता
वो सब होता है सियासत में,
झूठ भी सच औ’ सच भी झूठ
बन जाता है सियासत में।

4 Likes · 3 Comments · 72 Views
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