सियासत का नशा
अन्ना हजारे जैसे समाज सेवी संग ,
मिलकर जो लड़का सच्चा समाज सेवक ,
खुद को दर्शाता था ।
अब कहां गुम हो गए अन्ना हजारे
और उनका पवित्र अभियान !
अब न वोह लड़का समाज सेवक रहा ,
बन गया राजनीति का डॉन।
यह सच है राजनीति का नशा ही कुछ ऐसा होता है ,
अमा मियां ! तुम कहां से बच जाते ।
इस काजल की कोठरी में आकर तो ,
सभी के हाथ काले हो ही जाते ।
इस सियासत की दुनिया में तो आकर ,
सभी इंसानों के दिल तो क्या !
जमीर भी बदल जाते।