Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

सिन्दूर की महिमा

हर शादी शुदा बहन को समर्पित

नारी शक्ति हर पल कर रही
उंचाईयों के एलान
पर इस आधुनिकता की भाग दौड़ में
खो ली खुद की ही पहचान
देखा जग में फैशन का जलवा
तो मलिक ने किया आह्वान
शब्द तरंगों से जगाऊँ बहनों को
लौटा सकूँ उनकी असली पहचान
सिन्दूर की कीमत थी अनमोल कभी
आज रूप पर दाग लगता है
पर सुहागन लगती ही तभी मेरी बहना
जब सिन्दूर मांग में सजता है
फ़ैशन के चक्कर में मेरी बहना
सिन्दूर से हो दूर गयी
कभी कभी मानकर वक्त का कहना
लिपस्टिक मांग में लगाने को क्यों मजबूर हुई
इसकी महिमा का शास्त्र भी करे बखान
क्यों हो गयी बहना तू इससे आजकल अनजान
आज तेरे रूप पर सिन्दूर बन गया दाग कहीं
कभी होता था तेरे पति की दीर्घायु का राज यही
यदि तू देवी है नारी तो ये भी समझ ले
पति को भी मान कम से कम इंसान सही
भक्त ही है बेशक पति तेरा
पर बिना भक्त तो भगवन की भी पहचान नही
अभी भी वक्त है मान ले कहना
बचा ले अपनी मांग का असली गहना
आदमी औरत के वर्षों के भेद मिटाऊं
मलिक की है बस मांग यही
सिन्दूर की महिमा घर घर बतलाऊं
मिल जाये हर औरत को पहचान सही
सिन्दूर की महिमा घर घर बतलाऊं
मिल जाये हर औरत को पहचान सही

Language: Hindi
1 Like · 100 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from कृष्ण मलिक अम्बाला
View all

You may also like these posts

विषय-दो अक्टूबर है दिन महान।
विषय-दो अक्टूबर है दिन महान।
Priya princess panwar
जय संविधान...✊🇮🇳
जय संविधान...✊🇮🇳
Srishty Bansal
तुम मुझे भूल जाओगी
तुम मुझे भूल जाओगी
Akash Agam
समाज सुधारक
समाज सुधारक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हल
हल
Ragini Kumari
बिटिया की जन्मकथा
बिटिया की जन्मकथा
Dr MusafiR BaithA
पाठ कविता रुबाई kaweeshwar
पाठ कविता रुबाई kaweeshwar
jayanth kaweeshwar
आइए जलते हैं
आइए जलते हैं
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
Brijpal Singh
भारत का गौरवगान सुनो
भारत का गौरवगान सुनो
Arvind trivedi
सुनो! पुरूष होने का ताना तो जग देता है
सुनो! पुरूष होने का ताना तो जग देता है
पूर्वार्थ
तेवरी में नपुंसक आक्रोश
तेवरी में नपुंसक आक्रोश
कवि रमेशराज
कावड़ मैं लाऊँगा- भजन -रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
कावड़ मैं लाऊँगा- भजन -रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
*एक लाइन है जरा सुनियेगा*
*एक लाइन है जरा सुनियेगा*
Vishal Prajapati
लगाव का चिराग बुझता नहीं
लगाव का चिराग बुझता नहीं
Seema gupta,Alwar
गीत
गीत
Shiva Awasthi
इल्जाम
इल्जाम
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
बुरा न मानो, होली है! जोगीरा सा रा रा रा रा....
बुरा न मानो, होली है! जोगीरा सा रा रा रा रा....
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
Two scarred souls and the seashore, was it a glorious beginning?
Two scarred souls and the seashore, was it a glorious beginning?
Manisha Manjari
एक मुस्कान के साथ फूल ले आते हो तुम,
एक मुस्कान के साथ फूल ले आते हो तुम,
Kanchan Alok Malu
किस क़दर बेकार है
किस क़दर बेकार है
हिमांशु Kulshrestha
ज़िंदगी हर पल गुज़र रही है
ज़िंदगी हर पल गुज़र रही है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"खुदा की नजर से"
Dr. Kishan tandon kranti
रिमझिम सावन की रुकी,
रिमझिम सावन की रुकी,
sushil sarna
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
Dr Archana Gupta
*चिंता चिता समान है*
*चिंता चिता समान है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कर बैठा गठजोड़
कर बैठा गठजोड़
RAMESH SHARMA
तेहि पर चढ़ा रंग गुलाल
तेहि पर चढ़ा रंग गुलाल
PRATHVI SINGH BENIWAL
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
Harminder Kaur
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
Rj Anand Prajapati
Loading...