*साहित्य समाज का दर्पण है *
?साहित्य समाज का दर्पण है
साहित्य के लिये मेरा जीवन अर्पण है ।
साहित्य क्या है ?
सा+हित यानि जो सबके हित मे हो
परमात्मा ने अगर हमें ये सुअवसर दिया है
इस सुअवसर पर हम कुछ सुविचार साझा करें
जो मेरे ,और समाज के हित मे हो ।
ऐसे कुछ सुविचारों के मोती साहित्य की माला में पिरोएं
साहित्य समाज का दर्पण और नयी पीढ़ी का श्रृंगार
बनकर समाज को सुशोभित करे ।