साहित्य अगर नाव तो पतवार कलम है।
गजल
221……1221…….122……1122
साहित्य अगर नाव तो पतवार कलम है।
दुनियां है अगर जंग तो तलवार कलम है।
जो चाहो वही आपको मिलता है कलम से,
जीवन मिली खुशियों की बौछार कलम है।
जीवन में पड़ी मार सभी को है जहां में,
दुश्मन को लिखे मौत बड़ी मार कलम है।
दुनियां में नहीं तेज कोई चीज कलम सी,
तलवार से भी तेज चले धार कलम है।
प्रेमी जो अगर प्यार की दरकार तुम्हें हो,
जीवन मे रहे साथ सदा प्यार कलम है।
………✍️प्रेमी