Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

*यहॉं संसार के सब दृश्य, पल-प्रतिपल बदलते हैं ( हिंदी गजल/गी

यहॉं संसार के सब दृश्य, पल-प्रतिपल बदलते हैं ( हिंदी गजल/गीतिका)
—————————–
(1)
यहॉं संसार के सब दृश्य, पल-प्रतिपल बदलते हैं
कभी हैं दौर दुख के तो, कभी खुशियों के चलते हैं
(2)
यहाँ पर चाहतें सबकी, सभी पूरी नहीं होतीं
हजारों आँख के सपने, चिता के साथ जलते हैं
(3)
समय इंसान को बूढ़ा, बना तो देता है लेकिन
जवानी की तरह दिल में, कई अरमान पलते हैं
(4)
बुरे कामों को करने में, मिनट की देर लगती है
मगर जो काम अच्छे हैं, वो सालों-साल टलते हैं
(5)
बुरे लोगों की कर्कशता, दुखी फिर भी नहीं करती
भले लोगों की चुप्पी से, भरे व्यवहार खलते हैं
—————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ( उ. प्र.)
मोबाइल 9997615451

394 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
2. *मेरी-इच्छा*
2. *मेरी-इच्छा*
Dr Shweta sood
जिंदगी भी एक सांसों का रैन बसेरा है
जिंदगी भी एक सांसों का रैन बसेरा है
Neeraj Agarwal
अतीत - “टाइम मशीन
अतीत - “टाइम मशीन"
Atul "Krishn"
सच बोलने की हिम्मत
सच बोलने की हिम्मत
Shekhar Chandra Mitra
💐प्रेम कौतुक-424💐
💐प्रेम कौतुक-424💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
यह आत्मा ही है जो अस्तित्व और ज्ञान का अनुभव करती है ना कि श
यह आत्मा ही है जो अस्तित्व और ज्ञान का अनुभव करती है ना कि श
Ms.Ankit Halke jha
नींबू की चाह
नींबू की चाह
Ram Krishan Rastogi
3122.*पूर्णिका*
3122.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
श्याम-राधा घनाक्षरी
श्याम-राधा घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
कृष्णकांत गुर्जर
लम्हा भर है जिंदगी
लम्हा भर है जिंदगी
Dr. Sunita Singh
* नव जागरण *
* नव जागरण *
surenderpal vaidya
तुम भी 2000 के नोट की तरह निकले,
तुम भी 2000 के नोट की तरह निकले,
Vishal babu (vishu)
अधरों ने की  दिल्लगी, अधरों  से  कल  रात ।
अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात ।
sushil sarna
17- राष्ट्रध्वज हो सबसे ऊँचा
17- राष्ट्रध्वज हो सबसे ऊँचा
Ajay Kumar Vimal
सांसे केवल आपके जीवित होने की सूचक है जबकि तुम्हारे स्वर्णिम
सांसे केवल आपके जीवित होने की सूचक है जबकि तुम्हारे स्वर्णिम
Rj Anand Prajapati
विडम्बना
विडम्बना
Shaily
मेरे मित्र के प्रेम अनुभव के लिए कुछ लिखा है  जब उसकी प्रेमि
मेरे मित्र के प्रेम अनुभव के लिए कुछ लिखा है जब उसकी प्रेमि
पूर्वार्थ
मांओं को
मांओं को
Shweta Soni
फार्मूला
फार्मूला
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दिल से हमको
दिल से हमको
Dr fauzia Naseem shad
मैं तो हमेशा बस मुस्कुरा के चलता हूॅ॑
मैं तो हमेशा बस मुस्कुरा के चलता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
प्रभु जी हम पर कृपा करो
प्रभु जी हम पर कृपा करो
Vishnu Prasad 'panchotiya'
*जल्दी उठना सीखो (बाल कविता)*
*जल्दी उठना सीखो (बाल कविता)*
Ravi Prakash
'आभार' हिन्दी ग़ज़ल
'आभार' हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अबला नारी
अबला नारी
Buddha Prakash
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
"ला-ईलाज"
Dr. Kishan tandon kranti
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
DrLakshman Jha Parimal
आदमी क्या है - रेत पर लिखे कुछ शब्द ,
आदमी क्या है - रेत पर लिखे कुछ शब्द ,
Anil Mishra Prahari
Loading...