Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Aug 2016 · 1 min read

सावन

सावन भादो तुम जरा ,बरसो दिल के गाँव
तपन जरा इसकी हरो , बादल की दो छाँव
बादल की दो छाँव,थके गम सहते सहते
सूख गए हैं अश्क,सभी अब बहते बहते
दिल को है विश्वास , खिलेंगे अपने तन मन
खुशियों की बरसात, करेगा जब ये सावन

डॉ अर्चना गुप्ता

3 Comments · 591 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
मंजिल
मंजिल
Swami Ganganiya
💐प्रेम कौतुक-368💐
💐प्रेम कौतुक-368💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
विषय -घर
विषय -घर
rekha mohan
स्वप्न बेचकर  सभी का
स्वप्न बेचकर सभी का
महेश चन्द्र त्रिपाठी
पंख पतंगे के मिले,
पंख पतंगे के मिले,
sushil sarna
*इन्टरनेट का पैक (बाल कविता)*
*इन्टरनेट का पैक (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सपनों का राजकुमार
सपनों का राजकुमार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*बूढ़ा दरख्त गाँव का *
*बूढ़ा दरख्त गाँव का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सादगी
सादगी
राजेंद्र तिवारी
तू
तू
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
ਸਤਾਇਆ ਹੈ ਲੋਕਾਂ ਨੇ
ਸਤਾਇਆ ਹੈ ਲੋਕਾਂ ਨੇ
Surinder blackpen
गज़ले
गज़ले
Dr fauzia Naseem shad
स्नेह की मृदु भावनाओं को जगाकर।
स्नेह की मृदु भावनाओं को जगाकर।
surenderpal vaidya
23/81.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/81.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं हू बेटा तेरा तूही माँ है मेरी
मैं हू बेटा तेरा तूही माँ है मेरी
Basant Bhagawan Roy
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
Shweta Soni
क्रेडिट कार्ड
क्रेडिट कार्ड
Sandeep Pande
श्री राम
श्री राम
Kavita Chouhan
मुस्कराओ तो फूलों की तरह
मुस्कराओ तो फूलों की तरह
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
भोजपुरी गाने वर्तमान में इस लिए ट्रेंड ज्यादा कर रहे है क्यो
भोजपुरी गाने वर्तमान में इस लिए ट्रेंड ज्यादा कर रहे है क्यो
Rj Anand Prajapati
लानत है
लानत है
Shekhar Chandra Mitra
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
डी. के. निवातिया
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
याद
याद
Kanchan Khanna
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
ज्ञानी उभरे ज्ञान से,
ज्ञानी उभरे ज्ञान से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कुछ तो नशा जरूर है उनकी आँखो में,
कुछ तो नशा जरूर है उनकी आँखो में,
Vishal babu (vishu)
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
Ranjeet kumar patre
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...