सावन का महीना
*आया सावन का महीना
नाचे अँगना में मोर
बोले पपीहा सुंदर-२
मीठे-२ बोल
आया सावन का महीना
हरियाली ओढ़े खेत
खिल जाते रंग-बिरंगे
फूलों की सुंदर बेल
आया सावन का महीना
रिमझिम बरसें बूँदे
घर अँगना महके
तर हो जाती धरती माँ
झूम -२ कर ,सभी करें शोर
आया सावन का महीना
डाल-२ पर पड़ जाती
लम्बी झूलों की डोर
साखियाँ करती मिलकर
देखो छोटे-२ झोल
आया सावन का महीना
जंगल में घूमे शेर
फूल -२ पर करती देखो
तितली सुंदर खेल
आया सावन का महीना
शिव पर चढ़ जाती ,
धतूरा बेलपत्र ,गंगा जल की धार
हो जाता मन पावन जब बोले
भक्तजन हर-२ महादेव
आया सावन का महीना
शिव भक्ति में हो जाते चूर
हो जाते भक्ति से प्रसन्न
देते त्रिनेत्रधारी प्यारा वरदान*॥✍🏻😇