सावधानी ही सुरक्षा
एक असावधानी से चली जाती है जान प्यारी।
इसीलिए हमें निभानी चाहिए सदा सुरक्षा से यारी।।
बन पड़ती है जान पर जब करते सुरक्षा से समझौता।
अपनी एक लापरवाही से देते तुम आपदा को न्योता।
सीखते नही हो सबक, मानते नही अपनी गलती,
तुम्हारा बेपरवाह रवैया ही है सबसे बड़ी बीमारी।।
क्योंकि एक असावधानी से…..
गति सीमा का ध्यान नही, हेलमेट भी नहीं लगाते हो।
ओवर टेक करते-करते फोन पर भी बतियाते हो।
रेड लाइट पर न रुकना, यूँ बच के निकल जाना,
हमको अच्छी नही लगती है तुम्हारी ये होशियारी।।
क्योंकि एक असावधानी से….
लगता है तुम्हें न खुद से, न किसी और से प्यार है।
सीट बेल्ट न लगाना तो तुम्हारी आदत में सुमार है।
ओवर लोडेड वाहनों को सड़क पर दौड़ाना या,
शराब पीकर गाड़ी चलाना, तुमको पड़ेगा बहुत भारी।
क्योंकि एक असावधानी से….
लग जाता है जाम तो, गाड़ी चलाते हो फुटपाथ पर।
दाएं बाएं यूँ ही मुड़ते, बिना इंडिकेटर के ऐतियात पर।
वादा करो अब ये गलती न दोहराओगे क्योकि,
सड़क नियमों का पालन करना है सबकी जिम्मेदारी।
क्योंकि एक असावधानी से…..
गैस स्टोव ऑन करके, माचिस खोजने लग जाती हो।
काम होने के बाद, रेगुलेटर बंद करना भूल जाती हो।
गीले-गीले हाथों से, स्विच को ऑन-ऑफ करना,
ऐसा भुलक्कड़पन ही ज़िंदगी राख करेगा तुम्हारी।।
क्योंकि एक असावधानी से…..