सारी दुनिया ही डर गई यारो
सारी दुनिया ही डर गई यारो
ज़िंदगी ही बिखर गई यारो
लब थे खामोश दर्द के आगे
आंखें आंसू से भर गई यारो
जिंदगी मोड़ ले अचानक ही
ले हमें ये किधर गई यारो
जिंदगी ने दिया बहुत माना
पर बहुत छीन कर गई यारो
नाव मझदार में फॅसी सबकी
मिल बड़ी सी भॅवर गई यारों
‘अर्चना’ आंधी एक यूं आई
बस तबाही ही कर गई यारो
17.05.2021
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद