सारा खेल पहचान का है
सारा खेल पहचान का है
और पहचान भी छुपानी है
पेट के लिए कैसी कुर्बानी है
धर्म चाहिए लेकिन गर्व नहीं है
खुद पर गर्व वही करते हैं
जिनके कर्म अच्छे होते हैं
जिन्हें संदेह हो ख़ुद पर
वो पहचान भी छुपाते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे
सारा खेल पहचान का है
और पहचान भी छुपानी है
पेट के लिए कैसी कुर्बानी है
धर्म चाहिए लेकिन गर्व नहीं है
खुद पर गर्व वही करते हैं
जिनके कर्म अच्छे होते हैं
जिन्हें संदेह हो ख़ुद पर
वो पहचान भी छुपाते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे