* साये से डरते रहे हम *
यूं ख़्वाब सजाते रहे हम
यूं दिल बहलाते रहे हम
जब से ख़्वाब बन आये
साये से डरते रहे हम।।
?मधुप बैरागी
यूं ख़्वाब सजाते रहे हम
यूं दिल बहलाते रहे हम
जब से ख़्वाब बन आये
साये से डरते रहे हम।।
?मधुप बैरागी