Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#19 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
279 Followers
Follow
Report this post
8 Sep 2024 · 1 min read
” साया “
” साया ”
जमाने में बदनाम रहा
जमाने से बरबाद रहा,
इक तेरा साया ही है
जो मेरा साथ रहा।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 41 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
In today's digital age, cybersecurity has become a critical
bandi tharun
"असफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य वह है जो रचित है
रुचि शर्मा
वक्त निकल जाने के बाद.....
ओसमणी साहू 'ओश'
हिंदी है भारत देश की जुबान ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
*"परछाई"*
Shashi kala vyas
नन्हा मछुआरा
Shivkumar barman
गुरु की महिमा
Anamika Tiwari 'annpurna '
कुछ लोग प्रेम देते हैं..
पूर्वार्थ
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुण्डलिया छंद #हनुमानजी
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
सफर 👣जिंदगी का
डॉ० रोहित कौशिक
अध्यापक :-बच्चों रामचंद्र जी ने समुद्र पर पुल बनाने का निर्ण
Rituraj shivem verma
इतना भी ख़ुद में कोई शाद अकेला न रहे,
Dr fauzia Naseem shad
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*सागर में ही है सदा , आता भीषण ज्वार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दाग
Neeraj Agarwal
नदी का किनारा ।
Kuldeep mishra (KD)
परिवार की चिंता,
Ranjeet kumar patre
ऐसा लगता है कि अब टाइम व स्ट्रेस मैनेजमेंट की तरह "वेट मैनेज
*प्रणय*
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
कृष्णकांत गुर्जर
जै जै जै गण पति गण नायक शुभ कर्मों के देव विनायक जै जै जै गण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ओ पंछी रे
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
अफ़सोस इतना गहरा नहीं
हिमांशु Kulshrestha
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
वो इंतजार ही क्या जो खत्म हो जाए……
shabina. Naaz
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
2985.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"Jun88 là một trong những nhà cái có kho game trả thưởng đa
jun88net
Loading...