Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr. Kishan tandon kranti
290 Followers
Follow
Report this post
26 Jun 2024 · 1 min read
“साभिमान”
“साभिमान”
तैहाँ जेकर लाइक हस ओकर ले कमती म समझउता झन कर, ए अभिमान नोहय साभिमान आय।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 64 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
मां
Dr.Priya Soni Khare
Shiri Ganesh vandna..
Sartaj sikander
चाय वाले कप में पानी
Ghanshyam Poddar
बैगन के तरकारी
Ranjeet Kumar
3509.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
दिल कहे..!
Niharika Verma
होली खेलन पधारो
Sarla Mehta
विश्व पर्यावरण दिवस
Neeraj Agarwal
सोया भाग्य जगाएं
महेश चन्द्र त्रिपाठी
पैसा अगर पास हो तो
शेखर सिंह
रोज हमको सताना गलत बात है
कृष्णकांत गुर्जर
दिन की शुरुआत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दिल से निकले हाय
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
हाँ !भाई हाँ मैं मुखिया हूँ
SATPAL CHAUHAN
स्त्री
Dinesh Kumar Gangwar
जिंदगी के सवाल
Sudhir srivastava
अंधेरों में कटी है जिंदगी अब उजालों से क्या
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
सत्य असत्य से हारा नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
नजर
Rajesh Kumar Kaurav
नरभक्षी एवं उसका माँ-प्यार
Dr MusafiR BaithA
मैं शामिल तुझमें ना सही
Madhuyanka Raj
एक दीप हर रोज जले....!
VEDANTA PATEL
दीपावली
अनिल "आदर्श"
*समझो मिट्टी यह जगत, यह संसार असार 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
.??
*प्रणय*
जिंदगी के और भी तो कई छौर हैं ।
Ashwini sharma
"आखिर"
Dr. Kishan tandon kranti
अंधा हो गया है क्या ??
Harshit Nailwal
DR Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...