Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2024 · 1 min read

साथ

शीर्षक – साथ
**********
साथ ही तो एक शब्द नहीं हैं।
जिंदगी में सच साथ ही तो हैं।
हम तुम संग साथ निभाते हैं।
मुश्किल और खुशी बांटते हैं।
एक दूसरे का साथ जीवन हैं।
हां सच तो हमारा साथ होता हैं।
बचपन जवानी के साथ हम हैं।
बस यही तो सच और सही है।
साथ ही तो हम सभी की सोच हैं।
वरना रिश्ते नातों की न जरुरत हैं।
आओ हम सभी साथ चलते हैं।
दोस्ती प्रेम चाहत आकर्षण हैं।
आज साथ की बहुत समस्या हैं।
बस यही एक सच साथ हम कहां हैं।
सोचे साथ का सहयोग क्या होता हैं।
साथ न हम तुम शब्दों का नाम हैं।
*******************
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

Language: Hindi
164 Views

You may also like these posts

Discover Hand-Picked Pet Products Curated With Love And Care
Discover Hand-Picked Pet Products Curated With Love And Care
Pet Toys and Essential
जब कोई दिल से जाता है
जब कोई दिल से जाता है
Sangeeta Beniwal
सुनो......!!!!!!!
सुनो......!!!!!!!
shabina. Naaz
"दिल को"
Dr. Kishan tandon kranti
*पहचान* – अहोभाग्य
*पहचान* – अहोभाग्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मन्नतों के धागे होते है बेटे
मन्नतों के धागे होते है बेटे
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
कर्म का निवेश
कर्म का निवेश
Mukund Patil
किलकारी भर कर सुबह हुई
किलकारी भर कर सुबह हुई
Madhuri mahakash
..
..
*प्रणय*
कर्मयोग बनाम ज्ञानयोगी
कर्मयोग बनाम ज्ञानयोगी
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
दोहे- साँप
दोहे- साँप
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मचलने लगता है सावन
मचलने लगता है सावन
Dr Archana Gupta
कहाॅ॑ है नूर
कहाॅ॑ है नूर
VINOD CHAUHAN
झूठे को कुर्सी मिले,
झूठे को कुर्सी मिले,
sushil sarna
अनन्यानुभूति
अनन्यानुभूति
महेश चन्द्र त्रिपाठी
गैरों से जायदा इंसान ,
गैरों से जायदा इंसान ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
दिल टूटा है।
दिल टूटा है।
Dr.sima
वो पगली
वो पगली
Kshma Urmila
मां कृपा दृष्टि कर दे
मां कृपा दृष्टि कर दे
Seema gupta,Alwar
तुम जो भी कर रहे हो....
तुम जो भी कर रहे हो....
Ajit Kumar "Karn"
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
DrLakshman Jha Parimal
23/24.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/24.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रिश्तों के जज्बात
रिश्तों के जज्बात
Sudhir srivastava
*मौत मिलने को पड़ी है*
*मौत मिलने को पड़ी है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
!!कोई थी!!
!!कोई थी!!
जय लगन कुमार हैप्पी
*श्वास-गति निष्काम होती है (मुक्तक)*
*श्वास-गति निष्काम होती है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
हमारे ख्याब
हमारे ख्याब
Aisha Mohan
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
Suryakant Dwivedi
रंगों में रंग जाओ,तब तो होली है
रंगों में रंग जाओ,तब तो होली है
Shweta Soni
Loading...