साथ तुम्हारा छुटा कुछ दिन ,अब तेरे बिन रह ना सकेंगे !
साथ तुम्हारा छुटा कुछ दिन ,अब तेरे बिन रह ना सकेंगे !
लाख बने दुश्मन ये जमाना , तेरे बिन अब हम ना जियेंगे !!
@ डॉ लक्ष्मण झा परिमल
साथ तुम्हारा छुटा कुछ दिन ,अब तेरे बिन रह ना सकेंगे !
लाख बने दुश्मन ये जमाना , तेरे बिन अब हम ना जियेंगे !!
@ डॉ लक्ष्मण झा परिमल